पाठ्य योजना क्रमांक 17 -- कक्षा 4 (सामाजिक अध्ययन ) Lesson Plan Of Social Studies In Hindi
पाठ्य योजना क्रमांक – 17
दिनांक
-
विषय – सामाजिक अध्ययन
प्रकरण – मौसम तथा ऋतु
कक्षा – 4th
कालांश – iv
अवधि – 35 मिनट
विषय – सामाजिक अध्ययन
प्रकरण – मौसम तथा ऋतु
कक्षा – 4th
कालांश – iv
अवधि – 35 मिनट
सामान्य
उद्देश्य –
- छात्रों में सामाजिक अध्ययन के प्रति रूचि उत्पन्न करना.
- छात्रों में सामाजिक अध्ययन के गुणों का विकास करना.
- छात्रों में चिंतन शक्ति, कल्पना शक्ति तथा तर्कशक्ति का विकास करना.
- छात्रों में सामाजिक अध्ययन की उपयोगिता के विषय में जानकारी प्रदान करना.
विशिष्ट
उद्देश्य –
- छात्र मौसम तथा ऋतु के बारें में ज्ञान रख सकेगें.
- छात्र भारत के भौगोलिक परिवर्तन को जान सकेगें.
- छात्र मौसम की वजह से बदलते परिवर्तन का ज्ञान रख सकेगें.
शिक्षण
सहायक उद्देश्य –
कक्षा में उपयोग होने वाले समस्त
समाग्री जैसे- chalk, डस्टर इत्यादि तथा मौसम ऋतु के
विभिन्न प्रकार के चार्ट पेपर पर चित्र.
पूर्व
ज्ञान –
छात्र मौसम तथा ऋतु के बारें में
सामान्य जानकारी रखते होंगें.
प्रस्तावना
–
क्रम
सo
1.
2.
3.
4.
|
छात्राध्यपिका/छात्रध्यापक क्रियाएँ
प्रo- छात्रों, हमलोग किस देश में रहते
हैं?
प्रo- भारत में लोग उनी कपड़े कब पहनते है?
प्रo- जाड़ा क्या हैं?
प्रo-ऋतु या मौसम से आप क्या समझते हो?
|
छात्र
अनुक्रिया
उत्तर-
भारत
उत्तर-जाड़ा में
उत्तर-भारत का मौसम या ऋतु
समस्यात्मक
|
उद्देश्य
कथन –
छात्रों! आज हमलोग मौसम तथा ऋतु के
बारे में विस्तृत रूप से अध्ययन करेगें.
प्रस्तुतिकरण
–
मौसम वातावरण के दशा को व्यक्त करने के
लिए प्रयोग किया जाता हैं. अधिकांश मौसम को प्रभावित करने वाली घटनाएँ क्षोभ मंडल
में होती हैं.
ऋतु
एक वर्ष से कालखंड है जिसमें मौसम के दशाएं एक खास प्रकार की होती हैं. प्रत्येक ऋतु
दो महीने के होते हैं. मुख्यतः ऋतू 6 प्रकार के होते हैं –
शरद
ऋतु – इसे पतझड़ मौसम भी कहा जाता है. दशहरा पर्व इसी मौसम में आता हैं. यह ऋतु
अगस्त माह से अक्टूबर माह तक रहती हैं.
हेमन्त
ऋतु – इस ऋतु में ठंड बड़ने लगती हैं. यह ऋतु अक्टूबर माह से दिसम्बर माह तक रहती
हैं. दिवाली इसी मौसम में आता हैं.
शीत
ऋतु – इस मौसम शरीर को कपकपा देने वाली
ठंड पड़ती हैं. दिसम्बर से शुरू हुई यह ऋतु फरवरी तक रहती हैं. इस ऋतु में मकर
सक्रांति तथा 26 जनवरी भी आते हैं.
वंसत
ऋतु – मार्च से शुरू हुई यह ऋतु अप्रैल तक रहती हैं. इस मौसम में न ज्यादा सर्दी
होती है और न ज्यादा गर्मी. इस मौसम में ही होली पर्व आता हैं.
ग्रीष्म
ऋतु – यह गर्मियों का मौसम होता हैं. अप्रैल माह से जून माह तक ये ऋतु रहती हैं
.इस महीने में दिन लम्बी और रात छोटी होती हैं .बच्चे की छुट्टियाँ में गर्मी में
ही लगती है.
वर्षा
ऋतु – इस ऋतु में वर्षा की छोटी-छोटी बुँदे तपती धरती को प्यास बुझाती हैं. यह ऋतु
जून माह से अगस्त माह तक रहती हैं.
धरती पर जीवन के लिए ऋतु
तथा मौसम में परिवर्तन अनिवार्य हैं.
बोधात्मक
प्रश्न –
- होली किस ऋतु में आते हैं?
- दिवाली किस ऋतु में आता हैं?
- 26 जनवरी किस ऋतु में मनाया जाता हैं?
अनुकरण
वाचन –
छात्र बारी-बारी से वाचन करेगें.
श्यामपट्ट
कार्य –
वाक्य बनायें.
शीत
– शीत ऋतु में ठण्ड रहती है.
मौसम
– मौसम मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं.
वर्षा
– आज वर्षा होने वाली थी.
मूल्यांकन
प्रश्न –
- प्रत्येक ऋतु कितने महीने की होती हैं?
- बच्चों के स्कूल में छुट्टी किस ऋतु में मिलती हैं?
- वंसत ऋतु किन-किन महीने तक होती हैं?
गृहकार्य
–
छात्रों आपसब नीचे दिया गया कार्य घर से
पूरा करके लाना हैं.
- हेमंत ऋतु कब से कब तक होती हैं?
- ग्रीष्म ऋतु कब से कब तक होती हैं?
- ऋतु मुख्य रूप से कितने प्रकार के होते हैं?
- सबसे ज्यादा ठंड किस ऋतु में होता हैं?
Comments
Post a Comment